
सुबह उठते ही गले में खराश? तुरंत राहत पाने के लिए इसे आजमाए
सुबह उठने के बाद गले में खराश होने पर राहत प्राप्त करने के लिए आप कुछ घरेलू उपाय आजमा सकते हैं।
कहने को, कब्ज छोटी सी परेशानी हो सकती है, लेकिन यह वास्तविकता में विभिन्न बीमारियों की जड़ हो सकती है। इसलिए, इस परेशानी का समय पर इलाज करना महत्वपूर्ण है। यदि आप कब्ज की समस्या से जूझ रहे हैं, तो एक सरल और घरेलू उपाय है काली किशमिश। काली किशमिश में फाइबर की अधिक मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र को मजबूती प्रदान करती है। यह फाइबर भोजन को सहजता से पचाने में मदद करता है और कब्ज, दस्त, और अन्य पाचन संबंधित समस्याओं का खतरा कम कर सकता है। इसके अलावा, काली किशमिश का सेवन शरीर से चर्बी और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी सहायक हो सकता है। इस उपाय को न्यूट्रिशन एक्सपर्ट अंजलि मुखर्जी ने सोशल मीडिया पर साझा किया है, जिससे कब्ज से परेशान लोग इसका फायदा उठा सकते हैं।
काली किशमिश एक पोषण से भरपूर स्रोत है, इसमें विभिन्न पोषक तत्वों जैसे विटामिन सी, विटामिन बी 6, मैग्नीशियम, पोटैशियम, आयरन, फाइबर, और एंटीऑक्सीडेंट्स शामिल होते हैं। काली किशमिश में अधिक मात्रा में आयरन होता है, जिससे एनीमिया की समस्या दूर होती है। इसका सेवन इम्यूनिटी को बढ़ावा देता है और हृदय के स्वास्थ्य में सुधार करता है। किशमिश को अपने आहार में शामिल करके आप न केवल कब्ज से राहत पा सकते हैं, बल्कि अन्य कई स्वास्थ्य लाभ भी प्राप्त कर सकते हैं।
यह एक बहुत ही सरल उपाय है। अगर आप कब्ज से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो रात भर में आठ से दस काली किशमिश को एक गिलास पानी में भिगोकर रखें। सुबह, इस पानी में भिगोए गए किशमिशों को निचोड़कर पीने के साथ ही खाएं। इस घरेलू उपाय का अनुसरण करने से आपको बहुत राहत मिल सकती है, जो अनुभव कर रहे हैं। यह काली किशमिश को रातभर पानी में भिगोने से उन्हें फाइबर का स्रोत प्राप्त होता है, जिससे पाचन को सुधार होता है और कब्ज की समस्या से राहत मिलती है।
1. किशमिश से कब्ज का इलाज
2. बच्चों के लिए भी सुरक्षित
प्रत्येक व्यक्ति इस बहुत सरल उपाय का उपयोग कर सकता है, जो पाचन तंत्र को मजबूत करने के लिए अत्यंत सुखद है। इसका लाभ बच्चों को भी हो सकता है, जो इसे बहुत आसानी से अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। किशमिश में मौजूद ग्लूकोज और फ्रुक्टोज, प्राकृतिक शर्करा के साथ, त्वरित और प्राकृतिक ऊर्जा प्रदान करते हैं, जो हड्डियों को मजबूती प्रदान करने के साथ-साथ, रेस्वेराट्रोल जैसे एंटीऑक्सीडेंट कोशिकाओं को भी सुरक्षित रखते हैं।